हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वंदे भारत एक्सप्रेस पर शुक्रवार को एक बार फिर से पत्थर फेंके गए। इंजन और एसी कोच में पत्थर लगने से यह क्रैक हो गए। भूतेश्वर से मथुरा जंक्शन के मध्य हुई इस घटना से यात्री सहम गए। 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन को किसी तरीके से मथुरा जंक्शन के सिग्नल पर रोका गया। यह ट्रेन 15 मिनट तक खड़ी रही। आगरा कैंट स्टेशन में भी ट्रेन की जांच की गई। राजकीय सुरक्षा बल (आरपीएफ) मथुरा ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। रानी कमलापति स्टेशन भोपाल से हजरत निजामुद्दीन के मध्य एक अप्रैल से वंदे भारत का संचालन शुरू हुआ था। आठ माह में इस ट्रेन में दर्जनभर से अधिक पत्थर फेंकने की घटनाएं हुई हैं। सबसे अधिक घटनाएं पलवल, मथुरा, ग्वालियर और भोपाल के पास हुई हैं। शुक्रवार को यह ट्रेन निर्धारित समय पर हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से भोपाल के लिए रवाना हुई। भूतेश्वर से मथुरा के मध्य ट्रेन 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। शाम 4.10 बजे किमी नंबर 1398/13 पर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए। अधिकांश पत्थर इंजन के लुकिंग ग्लास और कोच नंबर सी-12 की खिड़कियों में लगे। इंजन में पत्थर लगने से लोको पायलट ने किसी तरीके से गति को नियंत्रित किया। मथुरा जंक्शन के सिग्नल के पास ट्रेन को रोका गया। लुकिंग ग्लास और कोच की खिड़कियों के शीशे चटक गए। यात्री खिड़कियों के पास से हट गए। कार्यवाहक इंस्पेक्टर आरपीएफ मथुरा जीपी मीना ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए हैं। अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं कैंट स्टेशन में ट्रेन की जांच की गई।आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट अनुभव जैन ने बताया कि आरपीएफ की एक टीम को भोपाल रेल मंडल भेजा गया है। टीम द्वारा वंदे भारत एक्सप्रेस में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग की जांच की जाएगी। यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि आखिर पत्थर किसने फेंके हैं।
