हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। बिरला मंदिर के आसपास मोहन नगर, लक्ष्मीनगर और पृथ्वी काॅलोनी के बाशिंदों को पानी की नई पाइप लाइन में लीकेज की शिकायत करना भारी पड़ गया है। शिकायत पर समस्या के निस्तारण के बजाए जल निगम अधिकारियों ने पानी की आपूर्ति ही बंद कर दी है। अब पिछले दो माह से गर्मी के दौर में स्थानीय लोगों को बूंद-बंद पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। लोगों ने इस स्थिति में नगर आयुक्त, जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री हेल्प लाइन से भी मदद मांगी है, लेकिन परिणाम अभी भी शून्य है।
मथुरा-वृंदावन में जलापूर्ति के लिए बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। जल निगम द्वारा पाइप लाइन बिछाई जा रही है, ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप घर-घर तक लोगों को पीने का पानी पहुंचाया जा सके, लेकिन यह योजना मथुरा-वृंदावन नगर निगम में अनियमितता की भेंट चढ़ती जा रही है। गुणवत्ता विहीन पाइप लाइन का बिछाना सरकार के उद्देश्य पर भारी पड़ रहा है। पिछले साल बिरला मंदिर के पीछे मोहन नगर, लक्ष्मीनगर और पृथ्वी कालोनी सहित आसपास जल निगम ने पानी की पाइप लाइन बिछाई। लोगों ने घर पर पानी की लाइन देख कनेक्शन भी लिए, लेकिन जलापूर्ति शुरू होते ही पाइप लाइन में लीकेज आने लगी। मोहन नगर में जगह-जगह लीकेज से जमीन धंसने लगी। एक के बाद एक शिकायत नगर निगम और जल निगम अधिकारियों के समक्ष पहुंचने लगी। एक स्थान पर लीकेज को सही किया जाता तो दूसरे स्थान की शिकायत आ जाती। इससे तंग आए अधिकारियों ने इस क्षेत्र की जलापूर्ति को ही बंद कर दिया। फरवरी से लेकर अब तक जलापूर्ति नहीं की गई है। नई पाइप लाइन में लीकेज की शिकायत करना काॅलोनीवासियों पर भारी पड़ गया। पाइप लाइन में आपूर्ति शुरू होते ही लीक होने लगी थी, इसी की शिकायत अधिकारियों से की तो उन्होंने पानी की आपूर्ति ही रोक दी। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन तक शिकायत कर चुके हैं। शुरू में दो महीने तक नलों में पानी आया। बहुत अच्छा लगा, लेकिन अब चार माह से पानी नहीं आ रहा है। कोई सुनने को तैयार नहीं है। गर्मी में पानी भरकर लाना पड़ रहा है। सभी लोग बहुत परेशान हैं। जल निगम द्वारा शहर में बिछाई गई पानी की पाइप लाइन की जांच की जरूरत है। सरकार के उद्देश्य पर पानी फेर रही है। अधिकारियों ने मानकों के अनुरूप पाइप नहीं डाले, उन्हें मजबूती के साथ जोड़ा नहीं गया है। इसी कारण पाइप लाइन बिछने के बाद पानी नहीं मिल पा रहा है। गर्मी का मौसम है। इसके बावजूद पानी के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है, जिन लोगों के घरों मेें निजी नलकूप हैं, उनकी मदद से ही आसपास के लोगों को पीने के लिए पानी उपलब्ध हो रहा है। शिकायतों को भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।
7455095736
Author: Vijay Singhal
50% LikesVS
50% Dislikes
