हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा-बरेली बाईपास बनने के बाद भारी वाहनों के कारण लगने वाले जाम से निजात मिल पाएगी। मथुरा से हाथरस होकर बरेली जाने वाले भारी वाहन रफ्तार से दौड़ सकेंगे। फिलहाल किसानों से ली गई भूमि का मुआवजा बांटा जा रहा है। अभी तक 100 करोड़ का मुआवजा किसानों को बांटा जा चुका है। कुल 168 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाना है। कुछ किसान ऐसे हैं जिनकी जमीन सड़क किनारे और आबादी में है, इसलिए वह चार गुना से अधिक मुआवजे की मांग करने के लिए कोर्ट पहुंच गए हैं। डीएम खुद रोजाना मुआवजा वितरण की समीक्षा कर रहे हैं। जिले में प्रथम चरण में नगला गोपी से मेंडू तक किसानों की जमीन ली गई है। यहां मथुरा-बरेली बाईपास का 62 किलोमीटर का हिस्सा रहेगा। इसमें काफी गांव आ रहे हैं। प्रशासन की ओर से कार्यवाही पूरी कर ली गई है। मथुरा-बरेली बाईपास का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य में जिले के करीब आठ दर्जन से अधिक गांव आ रहे हैं। इन गांवों से होकर गुजरने वाले बाईपास में किसानों की आने वाली भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। किसानों को मुआवजा दिए का काम किया जा रहा है। मथुरा-अलीगढ़-बरेली हाइवे जल्द ही फोरलेन में तब्दील हो जाएगा। इसे नेशनल हाइवे 530 बी के नाम से जाना जाएगा। यह हाइवे मथुरा से होकर हाथरस, अलीगढ़, कासगंज, बदायूं होते हुए बरेली से जुडे़गा। यह हाइवे केंद्र सरकार का पायलट प्रोजेक्ट है। हाथरस जिले के करीब 35 किलोमीटर में 17 गांव की जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है। अभी तक मथुरा-बरेली मार्ग टू लेन है। इस कारण बढ़ते वाहनों के लोड के कारण जाम की समस्या गंभीर हो गई है। मगर बाईपास बनने पर निजात मिल जाएगी। किसानों को बाईपास के लिए अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा वितरण किया जा रहा है। अब तक करीब 100 करोड़ मुआवजा किसानों को बांटा जा चुका है। कुल 168 करोड़ मुआवजे का वितरण किया जाएगा।
