हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। प्रदेश के पशुधन व दुग्ध विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि प्रदेश में करीब 7500 मदरसे बिना मान्यता चलते मिले हैं। इन पर उच्चस्तरीय बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा। मंत्री ने कलक्ट्रेट सभागार में लंपी स्किन डिसीज की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि मदरसों के छात्रों के एक हाथ कुरान तो दूसरे हाथ में लैपटॉप देने की योजना है। उन्होंने कहा कि यहां लंपी से संक्रमित हुए 2909 गोवंश में से 2808 गोवंश ठीक हुए और 32 की मौत हुई है। वहीं 2.47 लाख गोटपॉक्स वैक्सीनेशन हुआ है। लंपी फिर नए रुप में पनप सकता है। इससे सतर्क रहने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि वफ्फ की संपत्तियों से अवैध कब्जे हटवाकर वहां स्कूल, कॉलेज अस्पताल आदि बनाएंगे। नई दुग्ध नीति में 30 एकड़ में 75 करोड़ से वृहद गोसंरक्षण केंद्र बनाने पर 10 करोड़ की छूट और पांच प्रतिशत ब्याज लगेगी। यहां भी ऐसा ही केंद्र करीब 8 से 12 करोड़ की लागत का बनेगा। इसमें 2 से 4 हजार निराश्रित गोवंश आएगा। उन्होंने गोआधारित खेती अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि एक गाय से एकड़ खेती होती है। गाय का 10 किग्रा गोबर, 10 लीटर गोमूत्र सात दिन रख कर जीवामृत बनता है। इसे पानी के साथ खेत में देने से अच्छी फसल होती है। वहीं देसी गाय के संरक्षण की बात कहते हुए उसके पांच उत्पादों को अमृत बताया। उन्होंने बताया कि पराग डेयरियों का संचालन सोसायटियों को देकर उनका उन्नयन किया जाएगा। दूध लेकर गाय छोड़ने वाले पशुपालकों पर पशु क्रूरता अधिनियम में कार्रवाई होगी। दूध के बढ़ती दरों के सवाल पर उन्होंने इससे ज्यादा दूध के शुद्ध होने को महत्वपूर्ण बताया। इस दौरान महापौर मुकेश आर्यबंधु, डीएम पुलकित खरे, सीडीओ मनीष मीणा आदि रहे।
