हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वृंदावन में जहां एक ओर हनुमानजी को हम उनके बल, भक्ति और ब्रह्मचर्य स्वरूप में पूजते हैं, वहीं श्रीधाम वृंदावन के मिथिला कुंज आश्रम में उनका एक दुर्लभ और दिव्य रूप चारुशिला सखी के रूप में दर्शन देता है। यहां पवनपुत्र हनुमान सखी स्वरूप में श्री सीताराम युगल सरकार की अंतरंग निकुंज सेवा में निरंतर रत रहते हैं। उन्हें लहंगा चोली पहनाई जाती है। मंदिर के महंत महामंडलेश्वर किशोरी शरण महाराज बताते हैं कि श्री तुलसीपीठाधीश्वर जगतगुरु निंबार्काचार्य श्री राधे श्याम शरण देवाचार्य महाराज द्वारा श्री चारुशिला सखी के रूप में हनुमानजी की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। यह स्वरूप भक्ति, माधुर्य व अद्वैत सेवा का अनूठा संगम है।
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Author: Vijay Singhal
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