हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। व्रन्दावन के कथावाचक अनिरुद्धाचार्य द्वारा कथा प्रवचन के दौरान महिलाओं की सुंदरता पर सवाल खड़े करते हुए भगवान श्रीराम और रावण के बीच लड़ाई के लिए मां सीता को जिम्मेदार ठहराने और महाभारत के लिए द्रौपदी को जिम्मेदार बताने पर आक्रोश है। उन्होंने प्रवचनों के दौरान कहा कि ये पुराणों में वर्णित है।इस वीडियो को राष्ट्रीय कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई। हिंदूवादी संगठनों में भी कथावाचक के इस बयान पर आक्रोश पनप उठा। नगर निगम चौराहा पर कथावाचक का पुतला दहन कर अपना आक्रोश जताया। पुतला दहन के बाद युवाओं ने कोतवाली प्रभारी को तहरीर देकर मामले में कार्रवाई की मांग की। नगर निगम चौराहा पर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बयान पर आक्राेश जताते हुए पुतला दहन किया। पवन शर्मा ने कहा, जिस तरह से भागवत प्रवक्ता अपने बयानों पर अंकुश रखें। धर्म के विपरीत किसी भी बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुराणों में लिखे संदेशों को तोड़-मरोड़ कर जनता को भ्रमित करने का कुचक्र सफल नहीं होने दिया जाएगा। आनंद शर्मा, प्रशांत यादव, शांतनू, विनोद, आकाश गौतम, शिवा निषाद, सुनील गौतम समेत अनेक लोग मौजूद रहे। अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ शुक्रवार शाम कोतवाली में तहरीर दी। महासभा की जिलाध्यक्ष छाया गौतम ने कहा कि माता सीता और द्रौपदी के लिए उन्होंने जो बयान दिया है, ये माताओं का अपमान है। इसके लिए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए। यहां से तहरीर ये कहकर वापस कर दी गई कि ये तहरीर वृंदावन थाने में दी जाए। उनके साथ प्रदेश प्रवक्ता संजय हरियाणा, प्रदेश सचिव संजय पाराशर, युवा जिलाध्यक्ष विजय सिंह, जिला सचिव राम प्रसाद शर्मा, जिला सचिव नीरज गौतम मौजूद रहे। कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने वीडियो में जो भी बोला है, वह शास्त्रों में लिखा है, उसी के अनुरूप कहा था। नारियों का सम्मान और सेवा करने वाला मैं खुद हूं। माताओं के आश्रम का संचालन करता हूं। अगर कोई मेरे बयान को गलत बताता है, किसी को ठेस पहुंची है, तो इसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं।