हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना से सरकार युवाओं में स्वरोजगार की आस जगा रही है। प्रशासन भी उनका प्रोजेक्ट जानने के बाद ऋण के लिए बैंकों को आवेदन अग्रसारित कर रहे हैं, लेकिन बैंक के दर पर स्वरोजगार के सपने देखने वाले युवा ही नहीं खुद योजना ही निराश हो रही है। बैंकों ने अब तक अग्रसारित आवेदनों में से केवल 22 प्रतिशत आवेदन ही स्वीकृत किए हैं। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का जिम्मा जिला उद्योग केंद्र को मिला है। इसके तहत हुनरमंद युवाओं को स्वरोजगार के लिए पांच लाख रुपये का ब्याजमुक्त ऋण दिए जाने का प्रावधान है। इसके लिए आवेदन के साथ ही स्वरोजगार का पूरा प्रोजेक्ट भी बनाकर प्रस्तुत किया जाता है। जब जिम्मेदार संतुष्ट हो जाते हैं तो ऋण स्वीकृत करने के लिए आवेदन बैंक को भेज दिए जाते हैं। यहां तक तो सबकुछ ठीक रहता है, लेकिन बैंक के दर पर आते ही शुरू होता है इंतजार, जो आवेदन अस्वीकृत किए जाने पर आकर खत्म होता है।
आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो विभाग की ओर से 2456 आवेदन जिले की 22 बैंकों को ऋण स्वीकृति के लिए भेजे गए। इनमें से केवल 556 आवेदन ही बैंक ने स्वीकृत किए।
रामेंद्र कुमार, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र
सभी बैंक शाखाओं के प्रबंधक को निर्देश दिए गए हैं कि वह ज्यादा से ज्यादा युवाओं के आवेदन स्वीकृत करें। कई आवेदन अपूर्ण आने के चलते समस्या आ रही है। कई युवा आवेदन के साथ गलत एस्टीमेट लेकर शाखा में पहुंच रहे, इससे ऋण स्वीकृत करने में देरी हो रही है।
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Author: Vijay Singhal
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