हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। प्रयागराज महाकुंभ में चर्चित रहीं हर्षा रिछारिया ने सोमवार सुबह वृंदावन से संभल तक की पदयात्रा की शुरुआत की। बांके बिहारी के जयकारों के बीच हर्षा ने श्रद्धालुओं और साधु-संतों की मौजूदगी में इस यात्रा का शुभारंभ किया। फूलों की वर्षा के बीच उत्साह से लबरेज भीड़ हर्षा के साथ चल रही थी। हर्षा रिछारिया की मंदिर में दर्शन के दौरान चप्पल भी खो गईं, लेकिन उन्होंने बिना रुके नंगे पांव यात्रा शुरू कर दी। इससे पहले उन्होंने मंदिर पहुंचकर भगवान शिव और श्रीराम की पूजा अर्चना की। इस पदयात्रा में खास बात यह रही कि मथुरा की अलीशा खान ने इसमें भागीदारी की, वह नकाब पहन और माथे पर टीका लगाकर शामिल हुईं। अलीशा ने बताया कि उन्होंने 8 महीने पहले सचिन से प्रेम विवाह किया है और अब वह सनातन संस्कृति से प्रभावित हैं। उनका कहना है कि ‘सनातन में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है, जबकि हमारे समाज में लड़कियों को सम्मान नहीं मिलता। हर्षा रिछारिया ने बताया कि यह पदयात्रा उन युवाओं को सनातन मार्ग पर लौटाने के लिए है, जो धर्म से भटक चुके हैं। वृंदावन से शुरू हुई यह 175 किलोमीटर की यात्रा 20 अप्रैल को संभल पहुंचेगी, जहां 21 अप्रैल को समापन कार्यक्रम आयोजित होगा।
