हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
पीड़ित ने की शिकायत तो आरआई लाइन से सूबेदार भेजकर कर रहे परेशान
-शिकायत व बयान वापस न लेने पर फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देने के आरोप
-दो एसपी व एक डिप्टी एसपी पर भी मामले की जांच के नाम पर पीड़ित को गुमराह करने के आरोप
मथुरा। मथुरा पुलिस अपनी कार्यशैली को लेकर आएदिन सुर्खियों में बनी रहती है। ताजा मामला मथुरा पुलिस लाइन स्थित कैंटीन संचालक से प्रतिसार निरीक्षक द्वारा अवैध चौथ वसूली करने का सामने आया है। कैंटीन संचालक ने आलाधिकारियों को इसकी दो माह पूर्व शिकायत भी की थी लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके बाद अब अधिकार सेना ने पुलिस लाइन मथुरा के प्रतिसार निरीक्षक द्वारा वहां कैंटीन चलाने वाले संचालक को प्रताड़ित करने के शिकायतों की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही की मांग की है।
अधिकार सेना के राष्टीय संयोजक अमिताभ ठाकुर द्वारा एडीजी ज़ोन आगरा सहित अन्य अफसरों को भेजी गयी शिकायत तथा ट्वीट में कहा गया है कि पीड़ित शिकायतकर्ता कुणाल वर्मा पुत्र कैलाश नाथ वर्मा निवासी 507 आढ़त मोहल्ला सदर बाजार मथुरा के अनुसार, वह पुलिस लाइन में जलपान कैंटीन चलाते हैं। उन्हें कैंटीन चलाने के लिए हर महीने 6,451 रुपए का सरकारी शुल्क देना पड़ता है, जिसे वह प्रतिमाह कैश कार्यालय में जमा करते रहते हैं। एसएसपी मथुरा को दिनांक 30 अगस्त 2022 को भेजी इस शिकायत में कुणाल ने आरोप लगाया है कि इसके अलावा प्रतिसार निरीक्षक राधेश्याम यादव उनसे हर महीने 3,000 रुपये मांगते रहे हैं, जिसे 31 जुलाई 2022 से 2,000 रुपये बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया। जिसका उन्होंने विरोध किया तो आरोपी आरआई ने कैंटीन पर रखे दाल-सब्जी से भरे भगौनों को नाली में फिंकवा दिया। साथ ही उनसे व उनके पिता से गाली गलौज की। इसकी शिकायत उन्होंने तत्कालीन एसपी पुलिस लाइन संदीप मीणा से की, लेकिन जांच के दौरान ही उनका तबादला हो गया। उनके आरोप हैं कि आरआई रात 12 बजे तक उनके घर पर पुलिस लाइन के सूबेदारों को भेजकर परेशान कराते हैं और फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकियां दिलवाते हैं। पीड़ित कुणाल ने बताया कि उनके पास 26 अगस्त को उक्त पुलिसकर्मियों जिनमें महेन्द्रपाल की धमकियों की तमाम वीडियो भी मौजूद हैं जिनमें शिकायत व बयान वापस लेने की बात मौजूद है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि उनके मामले में वर्तमान में एसपी सुरक्षा, सीओ सिटी मथुरा व एसपी ट्रैफिक की तरफ से अलग-अलग जांच विचाराधीन हैं, लेकिन सब टाल रहे हैं और गुमराह करने में लगे हुए हैं। कैसे उन्हें जांच के नाम पर पुलिस थाने बुला लिया जाता है और घण्टों तक बिठाकर रखा जाता है इस बात की भी उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध है।कुणाल द्वारा इस बारे में की गई आलाधिकारियों को लिखित शिकायत के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, उल्टा उन्हें ही लगातार परेशान करते हुए धमकियाँ दी जा रही हैं। इस पर अधिकार सेना के अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उच्चाधिकारियों से मामले की जांच कराकर पीड़ित कुणाल को न्याय देने की मांग की है।