हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। भगवान श्री कृष्ण ने भले ही कालिया नाग से अपनी प्रिय कालिंदी को निजात दिला दी परंतु ब्रजवासी प्रदूषण रूपी कालिया नाग से कालिंदी को मुक्त कराने में असफल रहे। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी यमुना प्रदूषण से मुक्त नहीं हो सकी। मौके पर नदी में प्रदूषण अधिक पानी कम नजर आता है। हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी की मानें तो भाई दूज पर भी यमुना में पर्याप्त मात्रा में प्रदूषण था जोकि फैक्ट्रियों के केमिकल का था। पानी की मात्रा अधिक होने के कारण जल मेें बहाव था। इससे सीवरयुक्त गंदगी तो खत्म हो गई परंतु केमिकल बरकरार था। जो कि झाग के रूप में नजर आ रहा था। साफ है कि विभागीय अधिकारी कागजों में फैक्ट्रियोें पर कार्रवाई कर रहे हैं। मौके पर इनका गंदा पानी यमुना में मिल रहा है। जानकारी रहे कि इस संबंध में हाईकोर्ट में जो रिट दाखिल की गई है उसमें डीएम ने स्वयं 6 जुलाई 2022 को हाईकोर्ट पहुंच कर एफिडेविट लगाया कि यमुना में कोई भी प्रदूषण नहीं गिर रहा है। डीएम के एफिडेविट के जवाब में रिट कर्ता ने 21 अक्तूबर को हाईकोर्ट ने काउंटर दाखिल किया है। जिसमें प्रदूषण विभाग के दावों की कलई खोली है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि १८ पीईटी अपग्रेड की जा रही हैं। इनमें से अधिकांशत हो चुकी हैं। सरस्वती कुंड, कोसीकला क्षेत्र में जो फैक्ट्री चल रही हैं उन पर कार्रवाई चल रही है।
नगर निगम भी न रोक सका गंदगी
चाहे यमना जी के घाटों किनारे बिखरी गंदगी हो या फिर नालों से निकली गंदगी। निगम के दावे गलत साबित हो रहे हैं। आए दिन यमुना में गिरती गंदगी की तस्वीर निगम की लापरवाही उजागर करती हैं। यमुना में गंदगी रोकने के लिए तैनात की गई रिवर पुलिस कहीं नजर नहीं आती है।
चाहे यमना जी के घाटों किनारे बिखरी गंदगी हो या फिर नालों से निकली गंदगी। निगम के दावे गलत साबित हो रहे हैं। आए दिन यमुना में गिरती गंदगी की तस्वीर निगम की लापरवाही उजागर करती हैं। यमुना में गंदगी रोकने के लिए तैनात की गई रिवर पुलिस कहीं नजर नहीं आती है।
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Author: Vijay Singhal
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