हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। भारतीय जनता पार्टी के विधायक को हाथ से लिखे गए पत्र में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। पीएफआइ के आत्मघाती हमलावरों के रडार पर अयोध्या का श्रीराम मंदिर और मथुरा का श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर है। पीएफआइ के निशाने पर पीएम नरेन्द्र मोदी सहित भाजपा के कई बड़े नेता है। पीएफआइ का मानना है कि सरकार ने पीएफआई पर पाबंदी लगाकर सही नहीं किया, अब अंजाम भुगतना पड़ेगा। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया और उसके सहयोगी संगठनों पर भारत में पांच वर्ष के प्रतिबंध के बाद अब इससे जुड़े लोग तरह-तरह की धमकियां भी दे रहे हैं। महाराष्ट्र के सोलापुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक विजय देशमुख को मिले धमकी भरे पत्र से पता चला है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भाजपा के कई बड़े नेता इनके रडार पर हैं। इतना ही नहीं माना जा रहा है कि पीएफआइ के आत्मघाती दस्ते के सक्रिय सदस्य अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तथा मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को भी निशाना बना सकते हैं। भारत सरकार ने विभिन्न जांच एजेंसियों के साथ बीते दिनों पीएफआइ के देश भर के ठिकानों पर छापे मारकर सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे मिले इनपुट की जांच के बाद गृह मंत्रालय ने 22 सितंबर को भारत में पीएफआई और उसकी आठ अन्य सहायक कंपनियों और साझेदार समूहों पर अगले पांच वर्षों के लिए प्रतिबंध लगा दिया। केन्द्र सरकार की अधिसूचना में दोहराया गया कि प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों आईएसआईएस और सिमी के साथ कथित संबंध थे। ईडी की जांच ने देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध और अन्य वित्तीय अनियमितताओं को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने में रिहैब इंडिया फाउंडेशन की संलिप्तता का खुलासा किया है। पीएफआई के अलावा, यूएपीए के तहत गृह मंत्रालय ने पीएफआई के अन्य संबद्ध संगठनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिन संगठनों को प्रतिबंधित भी घोषित किया गया उनमें रिहैब इंडिया फाउंडेशन (आरआईएफ), कैंपस फ्र ंट ऑफ इंडिया (सीएफ), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (एआईआईसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (एनसीएचआरओ), नेशनल विमेन फ्रट, जूनियर फ्रट, एम्पावर इंडिया शामिल हैं।
