हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। तेज धूप और गर्मी का असर जिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाले रोगियों की संख्या पर भी पड़ रहा है। लगातार चढ़ते तापमान के कारण जिला अस्पताल की संपूर्ण ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हो गई है। दोपहर 12 बजे के बाद तो बहुत कम मरीज जिला अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे हैं। बीते कई दिनों से तेज धूप और गर्मी के कारण लोगों की हालत खराब होने लगी है। घर से बाहर निकलते ही हीट स्ट्रोक की समस्या हो रही है। सर दर्द, पेट दर्द, उल्टी-दस्त की परेशानी हो रही है। इसके बाद भी जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हो रही है। पहले जहां रोजाना 1300 से 1400 मरीजों की ओपीडी होती थी। वही अब घटकर 1000 से 1100 पर आ गई है। इसका कारण सुबह से ही तेज धूप और गर्मी को बताया जा रहा है। इसके चलते दोपहर में 12 बजे के बाद कुछेक मरीज ही जिला अस्पताल में उपचार के लिए आते हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मुकुंद बंसल ने बताया कि सुबह 8:30 बजे से करीब 11:30 बजे तक मरीजों की संख्या अधिक होती है। यही कारण है कि इस समय ओपीडी 1000 से अधिक हो जाती है। दोपहर 12 बजे के बाद वही मरीज उपचार के लिए आते हैं, जिन्हें बहुंत अधिक परेशानी होती है। जिला अस्पताल की ओपीडी का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। इस समय में मरीज उपचार करा सकते हैं। अधिक गर्मी और धूप के कारण सामान्य बीमार मरीज दूरदराज से जिला अस्पताल आने से परहेज करते हैं। वे आसपास आरएमपी से इलाज करवाना मुनासिब समझते हैं। इस वजह से भी जिला अस्पताल में इन दिनों मंरीजों की संख्या घटी है। डॉ. मुकंद बंसल ने बताया कि मरीज को किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो उसे जरूर चिकित्सक के पास पहुंचना चाहिए। कोई भी बीमारी छोटी नहीं होती। गर्मी और धूप की परवाह कर चिकित्सक के पास नहीं पहुंचना किसी भी मरीज को अधिक बीमार बना सकता है। डॉ. बंसल ने बताया इन दिनों हीट स्ट्रोक की चपेट में आने की आशंका रहती है। गर्मी की वजह से उल्टी-दस्त, पेट दर्द व सिर दर्द की समस्या हो सकती है। लगातार दस्त लगने से डिहाइड्रेशन की शिकायत भी हो सकती है, जो की उपचार न लेने पर गंभीर हो सकती है। ऐसे में इन बीमारियों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। समस्या होने पर बिना किसी देरी के चिकित्सक को दिखाएं।
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Author: Vijay Singhal
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