हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा शहर में महंत फूलडोल बिहारी दास ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। आरोप है कि फोटो वायरल होने की घटना में माफी मांगने के बावजूद लगातार महिला उनसे दस लाख रुपए की डिमांड कर रही थीं। रुपए न देने के एवज में महिला ने पहले ही झूठे मुकदमे में फंसाकर बदनाम करने की धमकी दी थी। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। कोतवाली में चतु:संप्रदाय के महंतों संग पहुंचे महंत फूलडोल बिहारीदास ने दी तहरीर में कहा कि कुछ दिन पहले समाजसेवी महिला ने खुद को महामंडलेश्वर घोषित किया था। जिसकी जानकारी परिषद और अखाड़ों को हुई। गलत तरीके से महामंडलेश्वर की उपाधि घोषित करने के विरुद्ध चतु:संप्रदाय व अखाड़ा परिषद ने बैठक बुलाकर इस उपाधि को गलत बताया। कहा महामंडलेश्वर की उपाधि केवल अखाड़ों द्वारा दी जाती है, कुंभ में सभी महंतों को उपाधि परंपरागत तरीके से दी जाती है। महिला की उपाधि को अखाड़ा परिषद ने अस्वीकार कर दिया, तो महिला क्षुब्ध हो गई और कहने लगी, कि या तो मुझे महामंडलेश्वर स्वीकार करो अन्यथा झूठे मुकदमे में फंसा दूंगी। इसके अलावा महिला ने ब्लैकमेल करने के उद्देश्य से दस लाख रुपए की डिमांड की। कहा अगर पैसे न दिए तो अापका सम्मान धूमिल कर दूंगी। आरोप है कि महिला का साथ धर्मेंद्र गिरि जिसने खुद को महामंडलेश्वर घोषित कर महिला को भी महामंडलेश्वर की उपाधि दे डाली, दोनों जब कामयाब न हुए, तो फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया। जबकि जिस फोटो के बारे में जो आरोप लगाए हैं, वह फोटो नागा साधु का है, जो किसी आश्रम के बालक ने गलती से महिला के मोबाइल पर भेज दिया था। इसके लिए नागा साधु व उन्होंने खुद सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली थी। दोनों लोगों को जब कामयाबी न मिली और दस लाख रुपए भी न मिले, तो झूठा मुकदमा लगा दिया। महंत फूलडोल बिहारीदास ने पुलिस से मामले में जांच कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत हरिशंकर दास नागा, चतु:संप्रदाय अध्यक्ष महंत सच्चिदानंद, महंत हेमकांत शरण, महंत मोहिनी शरण, आचार्य