भरोसा जमाने के लिए कथित शेयर एजेंट एक सप्ताह तक हरिश्चंद्र के खाते में रोजाना मुनाफा के बहाने पांच सौ से छह सौ रुपये तक डालता रहा। इसके बाद अधिक मुनाफा का लालच देकर हरिश्चंद्र को शेयर बाजार में ज्यादा रुकम निवेश करने के झांसे में ले लिया। हरिश्चंद्र ने शातिर के बताए नंबर पर 75 हजार रुपये और भेज दिए। शातिर ठग ने चार्ट भेजकर काफी मुनाफा दिखाना शुरू कर दिया। हरिश्चंद्र ने कहा कि मुनाफे के पैसे उनके खाते में ट्रांसफर करें तो शातिर ठग ने इसके लिए अठारह प्रतिशत जीएसटी जमा करने को कहा। जिसमें हरिश्चंद्र से जीएसटी के नाम पर भी काफी रुपये जमा कर लिए। इस तरह कुल साढ़े तीन लाख रूपये शातिर के खाते में पहुंच गए। इसके बाद भी खाते में मुनाफा के रुपये न आने और कथित शेयर एजेंट का नंबर बंद आने पर हरिश्चंद्र को अपने साथ ठगी का अहसास हो गया। ठगी के शिकार हरिश्चंद्र ने साइबर सेल में ऑनलाइन शिकायत के अलावा सुरीर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया है।
