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गोवर्धन की काजल ने न जाने कितने कुंवारों को फंसाया

ByVijay Singhal

Oct 19, 2025
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हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा के गोवर्धन निवासी भगत सिंह की मुलाकात मई 2024 में जयपुर में सीकर (राजस्थान) निवासी ताराचंद जाट से हुई थी। जहां भगत सिंह ने ताराचंद से उसके बेटे भंवर लाल व शंकर लाल की शादी के लिए अपनी बेटी काजल व तमन्ना से रिश्ता तय करने का प्रस्ताव दिया। शादी की तैयारियों के नाम पर भगत सिंह ने ताराचंद से 11 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद 21 मई 2024 को खाचरियावास के गोविंद अस्पताल के गेस्ट हाउस में भगत सिंह अपनी पत्नी सरोज, बेटे सूरज और दोनों बेटियों काजल व तमन्ना के साथ पहुंचा। वहां ताराचंद के दोनों बेटों के साथ धूमधाम से शादी कर दी। शादी के बाद दो दिन तक भगत सिंह का परिवार ताराचंद के परिवार के साथ ही रहा था। तीसरे दिन अचानक भगत सिंह व उसके परिवार वाले बिना किसी को बताए दुल्हनों के गहने, नकदी व कपड़े लेकर गायब हो गए। सीकर के दांतारामगढ़ थाने में पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू की। पुलिस ने 18 दिसंबर 2024 को भगत सिंह व उसकी पत्नी सरोज को मथुरा के गोवर्धन से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि वह परिवार ठगी का धंधा चला रहा था।
लुटेरी दुल्हन काजल पुलिस को चकमा देती रही। वह कुछ दिन जयपुर व मथुरा में रही और इसके बाद गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव में किराये पर रहने लगी थी। पूछताछ में काजल ने खुलासा किया कि उसके पिता भगत सिंह ने ठगी करने का एक नेटवर्क बनाया था। दोनों लड़कियों को अविवाहित बताकर रिश्ता तलाशने का ढोंग किया जाता। ऐसे अमीर परिवार तलाश किए जाते, जहां युवकों की शादी नहीं हो रही होती। काजल व तमन्ना को इस धंधे में मुख्य भूमिका दी गई थी क्योंकि उनकी शादी के जरिए लोगों का भरोसा जीता जाता था। शादी के दो तीन दिन तो रस्मों रिवाज में निकाल देती थी। इस दौरान वे पति के साथ संबंध भी नहीं बनाती थी। जांच अधिकारी पूरणमल ने बताया कि पुलिस को अंदेशा है कि इस गिरोह ने कई अन्य लोगों को भी शादी के नाम पर ठगा होगा। गिरोह के अन्य सहयोगियों और उनके नेटवर्क की तलाश की जा रही है।
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Vijay Singhal
Author: Vijay Singhal

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