हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। फरह पेयजल पुर्नगठन योजना शुरू हुए सात साल बीते गए। इन वर्षों में सात करोड़ का बजट भी पार हो गया, लेकिन लोगों को मीठे पानी के बजाय इंतजार नसीब हुआ। वहीं अब परियोजना को पूरा करने के लिए दोगुनी धनराशि यानी 14 करोड़ रुपये का पुनरीक्षित बजट तैयार कर शासन को भेजा है। इससे सरकार को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। कस्बा फरह में पेयजल की किल्लत को दूर करने के उद्देश्य से वर्ष 2018 में पेयजल पुनर्गठन योजना के तहत प्रस्ताव तैयार किया गया। इस योजना के तहत जल निगम द्वादश खंड ने भूजल शोधित करके पाइपलाइनों के माध्यम से फरह में जलापूर्ति कराने का प्रस्ताव बनाया। इस कार्य के लिए करीब सात करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। इसमें कस्बे में पाइपलाइन बिछाने के साथ-साथ भूमिगत और अवर जलाशय बनाए जाने के साथ अन्य कार्य शामिल थे। मगर, यह कार्य लापरवाही की भेंट चढ़ गया। सात साल का समय बीतने के बाद भी ये परियोजना पूरी नहीं हो सकी। अधिकांश कार्य जहां शुरू नहीं हो सका तो वहीं जिन क्षेत्रों में कार्य कराया भी गया वह अधूरा है। जल निगम शहरी एक्सईएन विशाल सिंह ने बताया कि पेयजल पुनर्गठन योजना के तहत फरह में पेयजल आपूर्ति के लिए की नई योजना बनाई है। करीब 14 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। हालांकि इस योजना के तहत फरह में 2018 में कार्य कराया गया है, लेकिन वह किसी कारण से पूरा नहीं हो सका है। इसलिए नया प्रस्ताव बनाया गया।
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Author: Vijay Singhal
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