हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों एवं अन्य स्टाफ की कमी मरीजों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बना है। वहीं मेडिकोलीगल एवं अल्ट्रासाउंड का कार्य प्रभावित हो रहा है। लंबे समय से कम स्टाफ से जूझ रहे अस्पताल उच्चाधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। जिला महिला अस्पताल में प्रतिदिन 200 से अधिक महिलाएं अपनी परेशानी लेकर ओपीडी में आ रही हैं। इसके अलावा वार्डों में गर्भवती महिलाएं उपचार करा रही हैं। इन सब के बीच ओपीडी में मात्र तीन महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा शर्मा, डॉ. दिव्या मार्टिल एवं डॉ. पूजा तैनात हैं। महिलाओं के ऑपरेशन और मेडिकोलीगल के लिए भी इन डॉक्टरों में से ही ड्यूटी लगाई जा रही है। अस्पताल के वार्ड में भी तीन शिफ्ट में डॉक्टर ड्यूटी कर रही हैं। इससे मेडिकोलीगल का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। अस्पताल को यहां लंबे समय से दो और महिला डॉक्टर की आवश्यकता है। इसके अलावा वर्ष 2015 के बाद से अस्पताल में स्थायी रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। दो बाल रोग विशेषज्ञ, एएनएम, एलएचवी एवं कार्यालय में चार डाटा ऑपरेटर की कमी लंबे समय से चल रही है। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के चलते जिला अस्पताल में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट एवं सीएमओ कार्यालय से जुड़ी महिला डॉक्टरों द्वारा यहां अस्थायी तौर पर सेवा ली जा रही है। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डाॅ. शोभावती ने बताया कि रेडियोलॉजिस्ट, महिला डॉक्टर और कार्यालय स्टाफ की कमी चल रही है। इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया हे और डॉक्टर एवं स्टाफ की मांग की जा रही है।
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Author: Vijay Singhal
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