हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बुधवार को कान्हा की नगरी में थे तो पूरी तरह कृष्ण के रंग में रंग गए। सात नवंबर से दिल्ली से चलने वाली श्री बागेश्वर बालाजी, बांकेबिहारी मिलन सनातन एकता पदयात्रा का आमंत्रण देने आए थे। अक्षत बांटकर आमंत्रित किया और फिर मंच से श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर बोले, कृष्ण लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। अयोध्या में तो त्रेतायुग हो गया, अब द्वापरयुग की बारी है। फिर जन्मभूमि दर्शन करने पहुंचे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नारा लगवाया, जातपात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई। फिर बोले, आज जिस मंच पर संत बैठे हैं, उसी मंच से सभी बिरादरी ने हिंदू एकता का नारा दिया है। धर्म विरोधी पीछे लगे हैं, जब तक भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं बना देते हैं, आराम से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मथुरा श्री कृष्ण कन्हैया की जन्मभूमि है। यहां भविष्य में लालाजी और बालाजी की कृपा से ठाकुरजी का भव्य मंदिर बनेगा। कृष्ण कन्हैया, मंदिर, हिंदू राष्ट्र के विरोध में है, उनका सामना करना है।
उन्होंने किसी धर्म का बिना नाम लिए कहा कि उनको एक को छेड़ दो पांच सौ खड़े हो जाते हैं। हम में कोई एक को मारे तो सब भग जाते हैं। हमें एक रहना है। उन्होंने कहा कि अकेले रहोगे तो टूट जाआगे, अलग-अलग रहोगे तो टूट जाओ। सभी से एकजुट रहने का आश्वासन लिया। सभी से निमंत्रण स्वीकार करने का आश्वासन लिया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जल्द मथुरा कथा सुनाने आएंगे। सामाजिक समरसता भी का संदेश दिया।उन्होंने कहा कि मंच पर लग रहा है, भारत हिंदू राष्ट्र का ध्वज लेने सभी संत एकत्रित हो गए हैं। सभी को दंडवत प्रणाम किया है। मथुरा वालों को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि यह जीवन की दूसरी पदयात्रा है। उन्होंने कहा कि पदयात्रा में आओगे तो दरबार लगाने मथुरा भी आएंगे। उन्होंने कहा कि जो भी इच्छा लेकर आए हैं, उसकी अर्जी स्वीकार होगी। बालाजी की कृपा बनी रहेगी। पूरे मथुरा में निमंत्रण पहुंचाना है। बाबा ने डांटा तो बागेश्वरधाम में वीआइपी का स्तर खत्म कर दिया है। सभी भक्त बनकर आएंगे। राधारानी का जयघोष कराया। हजारों की भीड़ के बीच एक बुजुर्ग काला मास्क लगाकर बैठे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने मंच से कहा कि जो काला मास्क लगाए हैं, उन्हें कैंसर हैं। हम यह जान गए हैं। वह बागेश्वर धाम आएं, हम बालाजी महाराज से उनकी अर्जी
लगाएंगे।
7455095736
Author: Vijay Singhal
50% LikesVS
50% Dislikes
