हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। राधाकुंड के मुख पर श्रीराधा का नाम। मन में कोई संतान सुख की चाह तो कोई मोक्ष प्राप्ति की कामना लेकर सोमवार को राधाकुंड में स्नान करने पहुंचा। ठीक रात १२ बजे श्रीराधा कृपा कटाक्ष के स्वरों के बीच महास्नान शुरू हुआ। फिर क्या था आस्था रूपी संगम में डुबकी की होड़ लगने की होड़ मच गई। किसी ने एक तो किसी ने तीन डुबकी लगाई। श्रीधाम राधाकुंड में श्रद्धा, भक्ति और विश्वास से जुड़े अहोई अष्टमी मेला के महास्नान में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। जिधर देखो उधर भक्ति की चादर ओढ़े श्रद्धालु श्रीराधा कृपा कटाक्ष का पाठ करते दिखे। इधर भीड़ के दबाव में जयपुर निवासी रेखा शर्मा समेत दो महिलाएं बेहोश हो र्गईं। उन्हें मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने उपचार दिया। सोमवार की सुबह से ही कुंड के घाटों पर भीड़ दिखाई देने लगी और रात तक सैलाब उमड़ने लगा। रात 12 बजे महास्नान शुरू होकर सुबह तक चला। कार्तिक नियम सेवा में ब्रजवास कर रहे देशी-विदेशी भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई। दो साल कोरोना संक्रमण काल के कारण दूर रहे विदेशी भी इस बार महास्नान में शामिल हुए। मान्यता है कि अहोई अष्टमी पर्व पर रात में स्नान करने से निसंतान दंपत्तियों को संतान का सौभाग्य मिल जाता है। आस्था में मनोकामना पूरी होने के बाद भी श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। श्रीराधा-कृष्ण की प्रेममयी लीला के प्रतीक इस कुंड में स्नान के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे। भक्तों ने गिरिराज जी की परिक्रमा करते हुए राधा रानी कुंड पर पूजा अर्चना की। स्नान से पूर्व दीपदान किया गया। पूरे परिक्रमा से लेकर राधाकुंड नगर में हर ओर श्रद्धालु राधा की भक्ति में नजर आए। पूरी रात समस्त मंदिर एवं आश्रमों में धार्मिक आयोजन हुए।
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Author: Vijay Singhal
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