हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। निलंबित शिक्षकों के प्रकरण पर खबर प्रकाशित होने के बाद से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा है। हरकत में आए विभाग ने जनपद में एक साल से अधिक समय से निलंबित चल रहे 50 से ज्यादा शिक्षकों की पत्रावलियां तलब की हैं। इनमें तमाम शिक्षकों की जांच में रिपोर्ट लग चुकी है, कुछ मामलों में आरोप पत्र दाखिल नहीं हो सके हैं। कुछ मामलों में जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट ही नहीं लगाई है। बीएसए ने उन सभी शिक्षकों की सूची मांगी है, जिनकी निलंबन अवधि लंबी खिंच चुकी है और जिनकी जांच रिपोर्ट बिना किसी कार्रवाई के दबाई गई हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में एक साल से अधिक समय से करीब 50 शिक्षक निलंबित चल रहे थे। अमर उजाला ने 31 अक्तूबर के संस्करण में एक साल से निलंबित 50 से अधिक शिक्षक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस खबर का संज्ञान लेते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रतन कीर्ति ने एक्शन लिया है। उन्होंने जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से निलंबित शिक्षकों की सूची और उनकी जांच रिपोर्ट तलब की है। शिक्षकों को विभिन्न अनियमितताओं, शिक्षण कार्य में लापरवाही, फर्जी उपस्थिति और वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में निलंबित किया गया था। जांच अधिकारी के समय पर रिपोर्ट न देने के कारण निलंबित शिक्षकों के प्रकरण ठंडे बस्ते में चले गए हैं। कुछ तो ऐसे शिक्षक हैं जो जानबूझकर अपनी जांच रिपोर्ट लगने नहीं दे रहे हैं। कुछ मामलों की जांच रिपोर्ट बीएसए के पटल पर नहीं पहुंची है। रतन कीर्ति, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा, लंबित मामलों की समीक्षा की जा रही है। अभी तक 20 से अधिक मामलों की सूची मिल चुकी है। जिन अधिकारियों ने जांच पूरी नहीं की है, उनसे जवाब तलब किया जाएगा।
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Author: Vijay Singhal
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