हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वृंदावन नगर के मोतीझील स्थित भूरीवाला आश्रम पर कब्जे को लेकर चल रहे विवाद में एक और पक्ष भी कूद गया है। पंजाब के एक संत ने भी आश्रम पर स्वामित्व को लेकर दावा किया है। इसे लेकर पुलिस की परेशानी और बढ़ गई है। इधर आश्रम में अब भी डर का साया है। यहां रहने वाले संत और विद्यार्थी अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं। आश्रम में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस तैनात है।शुक्रवार दोपहर भूरी वाला आश्रम के महंत स्वामी दर्शनानंद और उनके अनुयायियों पर हमला कर दिया गया था। इस हमले में दर्शानंद सहित नौ लोग घायल हुए। घायलों का उपचार अस्पताल में चल रहा है। हमले को लेकर दर्शानंद ने स्वामी प्रकाशानंद निवासी राम मंदिर, मक्खोपुर, अमृतसर ग्रामीण (पंजाब), स्वामी कृष्णानंद निवासी वीनेवाल बरनाला (पंजाब), स्वामी रमानंद और सुखदेव और एक अज्ञात के खिलाफ वृंदावन कोतवाली में मुकदमा दर्ज भी कराया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इधर, पंजाब के एक और संत ने इस आश्रम पर अपना दावा ठोक दिया है। बताया कि जाता है कि संत और उनके साथ आए लोगों ने बीती रात आश्रम में प्रवेश करने का भी प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यह संत भी अपने को भूमानंद का शिष्य बता रहे हैं। उनका कहना है कि ट्रस्ट के कई कागजातों में उनका भी नाम है। इसलिए आश्रम पर उनका भी हक है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी सूरज प्रकाश शर्मा ने बताया कि अभी इस बारे में आश्रम की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है।
वृंदावन। वृंदावन की पावन धरा पर संतों के दो गुटों में आश्रम पर कब्जे को लेकर हुए इस विवाद से विश्व हिंदू परिषद भी सकते में है। विहिप के धर्माचार्य संपर्क प्रमुख ने रविवार को भूरीवाला आश्रम में पहुंचकर सत्यता को जानने का प्रयास किया। यहां संतों और विद्यार्थियों से वार्ता की गई। इसके बाद दूसरे पक्ष के बारे में भी वृंदावन के प्रमुख संतों से जानकारी जुटाई है। धर्माचार्य संपर्क प्रमुख कैप्टन हरिहर शर्मा ने बताया कि आश्रम में हुए विवाद की जानकारी एकत्रित करने के बाद इसकी रिपोर्ट केंद्रीय कार्यालय भेजेंगे।
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Author: Vijay Singhal
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