हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। मथुरा-पलवल रेलमार्ग पर वृंदावन-आझई के बीच हुए मालगाड़ी हादसे के बाद अब रेलवे अधिकारी हादसे में हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं। मालगाड़ी के 12 वैगन पटरी से उतरे थे। प्रत्येक वैगन में 70 टन कोयला भरा था, जो बर्बाद हो गया है। कोयले की कीमत लाखों में बताई गई है। वृंदावन रोड-आझई रेलवे स्टेशन के बीच सेकेंड डॉउन मेन लाइन पर मंगलवार की रात करीब 8 बजे मालगाड़ी संख्या पीएमआरबी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे के बाद अप मेन लाइन, डाउन मेन लाइन व थर्ड लाइन पर ट्रेन संचालन बाधित हो गया था। मालगाड़ी में कोयला भरा था। हादसे के बाद 12 डिब्बों में भरा कोयला रेलवे ट्रैक पर बिखर गया था। रेलवे ट्रैक पर बिखरे कोयले, दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे व क्षतिग्रस्त ट्रैक को पूरी तरंह ठीक करने में रेलवे को 36 घंटे का समय लग गया। ट्रैक ठीक करने के बाद रेलवे अधिकारी नुकसान का आकलन करने में जुट गए हैं। रेलवे नियमों के अनुसार मालगाड़ी में लोड किया माल सकुशल पहुंचे इसकी जिम्मेदारी रेलवे की होती है। मालगाड़ी हादसे की जांच के लिए उच्चाधिकारियों ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जांच कमेटी में डीएसओ आफताब अहमद, डीईएन शैलेश कुमार, डीएसटीई सुबोध राजपूत व डीएमई रजत पुरवार शामिल हैं। ये जांच कमेटी घटनास्थल का निरीक्षण करने के साथ साथ क्षतिग्रस्त वैगनों की जांच कर दस दिन में अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपेगी। सीपीआरओ हिमांशु शेखर ने बताया कि चार सदस्यीय जांच कमेटी दस दिन में अपने रिपोर्ट सौंपेगी।
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Author: Vijay Singhal
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