हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वृंदावन में ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में हर दिन बड़ी संख्या में भक्त अपने आराध्य के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। हालात बिगड़ रहे हालातों से सबक लेते हुए मंदिर प्रबंधन ने नए साल पर मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक मंदिर में बड़ी संख्या में भक्तों के आने की संभावना है। ऐसे में बच्चे, बुजुर्ग और बीमार ठा. श्रीबांकेबिहारी के दर्शन करने न आएं।
एडवाइजरी के अनुसार दिसंबर के अंतिम दिनों में 25 दिसंबर से नए साल की 5 जनवरी तक मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में श्रद्धालु मंदिर प्रबंधन और प्रशासन द्वारा बनाई गई रूट व्यवस्था का पालन करें। मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि इस दौरान बच्चे, बुजुर्गों और बीमार लोगों को मंदिर में न लाएं। जूते-चप्पल अपनी गाड़ियों व अन्य जगहों पर ही उतारकर आएं। एडवाइजरी में बांके बिहारी के मंदिर में जेब कतरो से सावधान रहें। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में वैसे तो भक्तों की भीड़ हमेशा ही रहती है लेकिन खास दिनों जैसे होली, जन्माष्टमी, दिवाली और नए वर्ष में तो यहां पैर रखने की जगह नहीं होती है। वीकेंड में भी यहां पर लोगों और वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। अब नए वर्ष के आने में महज चंद दिन बचे हैं, ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने भीड़ के मद्देनजर भक्तों को सलाह दी है। मंदिर प्रबंधक मुनीष शर्मा ने अपील की है भीड़ के कारण लोगों को दिक्कत हो सकती है। इसलिए गाइडलाइन का पालन करें। अगर कुछ संदिग्ध नजर आए या लावारिस वस्तु मिले तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें। बांके बिहारी पुलिस चौकी पर मंदिर प्रशासन की ओर से द्वारा खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। वृंदावन। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर हुए हादसे के बाद अधिकारियों के लिए मंदिर एक प्रयोगशाला बन गया है। नए-नए प्रयोग हुए लेकिन मंदिर में भीड़ का दबाव कम होने की बजाए और बढ़ रहा है। हर दिन हो रहे प्रयोगों से जहां आम लोग परेशान हो रहे हैं वहीं दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को एकादशी के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त ठा. श्रीबांके बिहारी के दर्शन के लिए उमड़े। आस्था के इस सैलाब के आगे सभी व्यवस्थाएं नाकाफी नजर आइं। एकादशी पर सोमवार सुबह 8:45 पर दर्शन खुलने से पूर्व ही ठाकुरजी के दर्शन करने की अभिलाषा लेकर लोग मंदिर के बाहर खड़े दिखाई दिए। धीरे- धीरे मंदिर के बाहर भीड़ इतनी बढ़ती गई कि भीड़ के दबाव को देखकर मंदिर के सुरक्षागार्ड और पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए। निजी सुरक्षा गार्ड लोगों को बाहर की ओर निकालने का प्रयास कर रहे थे लेकिन भीड़ अंदर से बाहर नहीं निकल रही थी, जबकि बाहर से मंदिर में लगातार भक्त प्रवेश कर रहे थे। इससे मंदिर के अंदर के हालात बिगड़ते गए। वृंदावन। एकादशी के अवसर पर सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त अपने आराध्य से दर्शन के लिए पहुंचे। इससे वृंदावन की सड़कों पर दिन भर जाम के हालात बने रहे। वृंदावन-मथुरा मार्ग पर जाम का सबसे अधिक असर रहा। जगह न मिलने पर श्रद्धालु सड़क किनारे ही अपने वाहन खड़े कर प्रभु के दर्शन के लिए निकल पड़े। वहीं सड़क किनारे खड़े वाहनों और ई-रिक्शा, ऑटो चालकों की मनमानी के कारण भी जाम की स्थिति बनी। सड़कों से लेकर गलियों तक में जाम के हालात रहे। वृंदावन के सभी प्रमुख प्रवेश मार्ग के साथ शहर के अंदर भी जाम रहा। वृंदावन-छटीकरा मार्ग, अटल्ला चुंगी, रमणरेती, प्रेम मंदिर, नगर निगम चौराहा, इस्कॉन मंदिर पर जाम के हालात दिखे।
एडवाइजरी के अनुसार दिसंबर के अंतिम दिनों में 25 दिसंबर से नए साल की 5 जनवरी तक मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में श्रद्धालु मंदिर प्रबंधन और प्रशासन द्वारा बनाई गई रूट व्यवस्था का पालन करें। मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि इस दौरान बच्चे, बुजुर्गों और बीमार लोगों को मंदिर में न लाएं। जूते-चप्पल अपनी गाड़ियों व अन्य जगहों पर ही उतारकर आएं। एडवाइजरी में बांके बिहारी के मंदिर में जेब कतरो से सावधान रहें। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में वैसे तो भक्तों की भीड़ हमेशा ही रहती है लेकिन खास दिनों जैसे होली, जन्माष्टमी, दिवाली और नए वर्ष में तो यहां पैर रखने की जगह नहीं होती है। वीकेंड में भी यहां पर लोगों और वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। अब नए वर्ष के आने में महज चंद दिन बचे हैं, ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने भीड़ के मद्देनजर भक्तों को सलाह दी है। मंदिर प्रबंधक मुनीष शर्मा ने अपील की है भीड़ के कारण लोगों को दिक्कत हो सकती है। इसलिए गाइडलाइन का पालन करें। अगर कुछ संदिग्ध नजर आए या लावारिस वस्तु मिले तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें। बांके बिहारी पुलिस चौकी पर मंदिर प्रशासन की ओर से द्वारा खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। वृंदावन। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर हुए हादसे के बाद अधिकारियों के लिए मंदिर एक प्रयोगशाला बन गया है। नए-नए प्रयोग हुए लेकिन मंदिर में भीड़ का दबाव कम होने की बजाए और बढ़ रहा है। हर दिन हो रहे प्रयोगों से जहां आम लोग परेशान हो रहे हैं वहीं दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को एकादशी के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त ठा. श्रीबांके बिहारी के दर्शन के लिए उमड़े। आस्था के इस सैलाब के आगे सभी व्यवस्थाएं नाकाफी नजर आइं। एकादशी पर सोमवार सुबह 8:45 पर दर्शन खुलने से पूर्व ही ठाकुरजी के दर्शन करने की अभिलाषा लेकर लोग मंदिर के बाहर खड़े दिखाई दिए। धीरे- धीरे मंदिर के बाहर भीड़ इतनी बढ़ती गई कि भीड़ के दबाव को देखकर मंदिर के सुरक्षागार्ड और पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए। निजी सुरक्षा गार्ड लोगों को बाहर की ओर निकालने का प्रयास कर रहे थे लेकिन भीड़ अंदर से बाहर नहीं निकल रही थी, जबकि बाहर से मंदिर में लगातार भक्त प्रवेश कर रहे थे। इससे मंदिर के अंदर के हालात बिगड़ते गए। वृंदावन। एकादशी के अवसर पर सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त अपने आराध्य से दर्शन के लिए पहुंचे। इससे वृंदावन की सड़कों पर दिन भर जाम के हालात बने रहे। वृंदावन-मथुरा मार्ग पर जाम का सबसे अधिक असर रहा। जगह न मिलने पर श्रद्धालु सड़क किनारे ही अपने वाहन खड़े कर प्रभु के दर्शन के लिए निकल पड़े। वहीं सड़क किनारे खड़े वाहनों और ई-रिक्शा, ऑटो चालकों की मनमानी के कारण भी जाम की स्थिति बनी। सड़कों से लेकर गलियों तक में जाम के हालात रहे। वृंदावन के सभी प्रमुख प्रवेश मार्ग के साथ शहर के अंदर भी जाम रहा। वृंदावन-छटीकरा मार्ग, अटल्ला चुंगी, रमणरेती, प्रेम मंदिर, नगर निगम चौराहा, इस्कॉन मंदिर पर जाम के हालात दिखे।
सफला एकादशी पर भक्तों ने लगाई परिक्रमा
वृंदावन। सफला एकादशी के अवसर पर हजारों भक्तों ने वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा की। सोमवार सुबह सफला एकादशी पर वृंदावन परिक्रमा मार्ग भक्तों से भरा दिखा। सुबह से शुरू हुआ परिक्रमा करने का क्रम देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान पूरा परिक्रमा मार्ग राधे-राधे और ठाकुर श्रीबांके बिहारी के जयकारों से गुंजायमान रहा। इधर, परिक्रमा मार्ग में दौड़ रहे वाहनों के कारण भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
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