भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने जा रहे कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि उनको पार्टी से नहीं निकाला बल्कि 2021 में उन्होंने खुद भारतीय जनता पार्टी के प्राथमिक पद से इस्तीफा दिया था। पार्टी छोड़ने का कारण कुंवर सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में 2014 के बाद से लगातार उपेक्षा की जा रही थी।प्रदेश नेतृत्व उनको बूथ स्तर तक की जिम्मेदारी से वंचित रख रहा था। कुंवर सिंह निषाद ने बताया कि जिस भाजपा के लिए उन्होंने दिन रात एक कर दी वहां से उपेक्षा मिलती रही। यही वजह है कि अब वह कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। कुंवर सिंह निषाद ने 2014 में सपा सरकार में गोकुल बैराज पर आंदोलन किया था। कुंवर सिंह निषाद गोकुल बैराज में गई किसानों की डूब क्षेत्र की जमीन के मुआवजे के लिए आंदोलन कर रहे थे। इस दौरान कुंवर सिंह का पुलिस के साथ संघर्ष भी हुआ। जिसके बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। कुंवर सिंह निषाद ने इसके अलावा बांके बिहारी जी को जींस टीशर्ट पहनाने के मामले में भावना आहत होने के कारण 5 दिन तक आमरण अनशन भी किया था।कुंवर सिंह निषाद ने अपने समाज को एक करने के लिए मथुरा से पूरे प्रदेश में पद यात्रा भी की। करीब 3 महीने तक कुंवर सिंह निषाद प्रदेश के उन सभी क्षेत्रों में गए जहां निषाद समाज बहुतायत संख्या में हैं। कुंवर सिंह निषाद ने समाज के लोगों से सहयोग मांगा और एक जुट होने की अपील की। मथुरा के दामोदर पुरा क्षेत्र में स्थित होली पार्क में आयोजित कार्यक्रम में रविवार को युवा नेता कुंवर सिंह निषाद कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। कुंवर सिंह निषाद को कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ब्रज लाल खाबरी मथुरा आ रहे हैं। सुबह 8 बजे लखनऊ से चलकर ब्रज लाल खाबरी दोपहर 1 बजे मथुरा पहुंचेंगे। यहां एक कुंवर सिंह निषाद सहित उनके समर्थकों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाएंगे।
