हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वृंदावन की परिक्रमा मार्ग स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में ठाकुरजी को ज्येष्ठ मास की भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए शनिवार को एकादश फल और 108 घड़ों के जल से स्नान कराया गया। मंदिर सेवायत स्वामी ज्ञानप्रकाश महाराज ने बताया कि भगवान को ठंडक प्रदान करने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा को जलयात्रा सेवा का आयोजन होता है। इसमें विधिविधान से भगवान जगन्नाथ को सहस्र धारा स्नान कराया जाता है। जिससे प्रभु को गर्मी से राहत मिल सके। मान्यता है कि स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ को बुखार चढ़ जाता है और प्रभु अस्वस्थ हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान को स्वस्थ करने के लिए परंपरानुसार उनका जड़ी-बूटी, औषधि और गर्म पदार्थों के सेवन आदि से इलाज किया जाता है। तब कहीं जाकर भगवान 15 दिन पश्चात भक्तों को दर्शन देते हैं। वहीं पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को शाह बिहारी मंदिर में शाम को हुए जल उत्सव में ठाकुर राधा रमणलालजू (श्रीजी) ने जलविहार किया। जलविहार उत्सव की शृंखला में शाह विहारी मंदिर के बगीचे में फव्वारे चलाए गए और विभिन्न प्रकार के फूलों से भव्य बंगला सजाया गया। प्रशांत शाह ने बताया कि यह आयोजन हर वर्ष ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा पर आयोजित होता है।
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शनिवार को भगवान जगन्नाथ की परंपरागत स्नान यात्रा मनाई गई। भागवत भवन स्थित भगवान जगन्नाथजी के मंदिर में पूर्णिमा के दिन स्नान यात्रा का शुभारंभ शाम पांच बजे वैदिक रीति से हुआ। शाम छह बजे विशेष शृंगार आरती की गई। गणेशजी के शृंगार में भगवान जगन्नाथ ने भक्तों को दर्शन दिए। इस यात्रा के बाद भगवान जगन्नाथ के दर्शन अब सात जुलाई को होंगे। प्रबंध समिति के सदस्य गोपेश्वर नाथ, संयुक्त मुख्य अधिशासी राजीव श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी गिर्राज शरण गौतम, अनुराग पाठक, पूजाचार्य विंध्येश्वरी प्रसाद अवस्थी आदि उपस्थित थे।
7455095736
Author: Vijay Singhal
50% LikesVS
50% Dislikes
