वृंदावन शोध संस्थान में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं जीएलए विवि का त्रिदिवसीय भगत-सांगीत नौटंकी महोत्सव-2024 का समापन
हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। वृंदावन शोध संस्थान में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं जीएलए विश्वविद्यालय के सहयोग से चल रही त्रिदिवसीय भगत-सांगीत नौटंकी महोत्सव-2024 के अंतर्गत ‘भगत-सांगीत नौटंकी का संरक्षण और भविष्य’ विषयक संगोष्ठी व आधी -रोटी’ नौटंकी का प्रदर्शन किया गया।
संगोष्ठी के दौरान गीता शोध संस्थान के समन्वयक चन्द्रप्रताप सिकरवार ने कहा कि भगत-सांगीत नौटंकी केवल मनोरंजन ही नहीं अपितु अपने इतिहास, परंपरा से जोड़ने एवं सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करती है।
मथुरा के डॉ0 दीपक गोस्वामी ने लोक विधाओं के संरक्षण के लिए राजाश्रय पर बल दिया। मथुरा के पूर्व निदेशक सर्वेश कुमार ने रामगोपाल सत्यार्थी के प्रतिनिधि के रूप में उनके लेख को पढ़ा। वृंदावन के मोहनलाल गौतम ‘मोही’ ने कहा लोक नाट्य प्राचीनकाल से विद्यमान रहे हैं और आगे भी विद्यमान रहेंगे। लोक नाट्य विशेषज्ञ डॉ0 खेमचंद यदुवंशी ने बताया कि इस आयोजन के माध्यम से लोक नाट्यों के संरक्षण का बीज वृन्दावन शोध संस्थान में बोया जा रहा है, जो कि आगे चलकर वट वृक्ष बनेगा।
अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में संस्थान के निदेशक डॉ0 राजीव द्विवेदी ने कहा कि हमारे समेकित प्रयास एक दिन इस विधा को अवश्य स्वर्णिम युग में पहुँचायेंगे। मुंबई के डॉ0 अष्टभुजा मिश्र ने त्रिदिवसीय भगत-सांगीत नौटंकी महोत्सव की समीक्षा की।
इस अवसर पर आचार्य खेमचन्द यदुवंशी शास्त्री ने मथुरा में भगत-सांगीत नौटंकी के संरक्षण, संवर्धन व प्रचार-प्रसार हेतु ब्रज भगत-सांगीत नौटंकी अकादमी की स्थापना का प्रस्ताव रखा जिसे ध्वनित से पारित किया गया।
द्वितीय सत्र में द्वारिका लोक नाट्य कला उत्थान समिति, कौशाम्बी द्वारा नौटंकी ‘आधी-रोटी’ का प्रदर्शन किया। पहले दिन सभी अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ0 राजीव द्विवेदी तथा उप-निदेशक डॉ0 एस0पी0 सिंह द्वारा पटुका उढाकर एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती चंद्रिका कुमार तथा सुश्री दीपिका शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ0 देवप्रकाश, बी0एस0 गौतम, हरिओम पंडित, श्री विनोदबिहारी गुप्ता, डॉ0 ब्रजभूषण चतुर्वेदी, अशोक कुमार नीलेश, ए0के0गौतम, डॉ0 रामदत्त मिश्र एवं समस्त संस्थान कर्मी उपस्थित रहे।
7455095736
