हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। व्रन्दावन से गोकुल तक यमुना मिशन संस्था एक तरफ प्राचीन घाटों का बिनाश कर रही हैं। सभी पुराने घाट गंदे तालाबो में तब्दील कर दिये हैं। घाटों के आगे सड़क बना दी है। वृक्षारोपण औऱ धर्म की आड़ लेकर यमुना खादर एवं गोचर भूमियों पर अवैध कब्जा कर रही है। मथुरा के पौराणिक पुण्य तीर्थ विश्राम घाट के उत्तर में 12 घाट एवं दक्षिण में 12 घाट हैं। इन सबका अपना विशेष महत्व हैं, जिनका वर्णन वेदों और पुराणों में भी मिलता है। घाटों के मूल स्वरूप को समाप्त करने को यमुना मिशन संतो से निकटता बढाकर शासन-प्रशासन एनजीटी एवं सरकार की आँखों मे धूल झोंक रहा है। मथुरा से वृन्दावन तक यमुना किनारे सड़क से लेकर पार्क झूले वृक्षारोपण आदि लगाने के लिए संस्था द्वारा किसी भी विभाग से परमीशन नहीं ली गई है। पुराने घाटों के आगे सड़क बनाकर यमुना की मुख्य धारा को 1 किमी तक दूर किया जा रहा है। सड़क पर दनादन कार ट्रैक्टर जीप मोटर साइकिल व अन्य वाहन गुजर रहे हैं, जिससे ध्वनि एवं वायु प्रदूषण तेजी से फैल रहा जिससे तीर्थ एवं पौराणिक स्थलों की मर्यादा भंग हो रही है। संस्कृति का विनाश कर पिकनिक मनोरंजन एवं अय्याशी के अड्डों का विकास किया जा रहा है।