हिदुस्तान 24 टीवी न्यूज चीफ विजय सिंघल
मथुरा। टीटीजेड (ताज ट्रैपेजियम जोन) के नियमों की धज्जियां कैसे उड़ाई जाती हैं, साइट-बी में स्थित यूपीसीडा का पार्क-6 चीख-चीखकर इसकी गवाही दे रहा है। वन विभाग को गिनती में 82 पेड़ कटे हुए मिले हैं, जबकि दर्जनों पेड़ों की लकड़ी मौके से गायब हो चुकी है। हालांकि वन विभाग और यूपीसीडा के अधिकारियों की तहरीर पर पुलिस ने बीएन ग्रुप, हाइड्रा मालिक समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं वन विभाग ने पेड़ों की अवैध कटाई और वन्यजीव अधिनियम के तहत एचटू केस दर्ज कर पार्क से कटी हुई लकड़ी को जब्त कर लिया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। अधिकारियों के मुताबिक, रिफाइनरी के औद्योगिक क्षेत्र साइट-बी में स्थित पार्क-6 को यूपीसीडा ने देखरेख के लिए 21 जनवरी 2025 को बीएन ग्रुप को आवंटित किया था। करीब एक बीघा में फैले पार्क के एक हिस्सा में यूकेलिप्टस और विलायती बबूल के सैकड़ों पेड़ लगे हैं। पार्क के दूसरे हिस्से में घास और फसल भी खड़ी है। वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी अतुल तिवारी ने बताया कि शनिवार दोपहर को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि पार्क में खडे़ पेड़ों को बीते तीन दिन से काटा जा रहा है। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर पेड़ों की गणना की तो 82 पेड़ कटे हुए मिले, जबकि कुछ पेड़ों की लकड़ी मौके से गायब मिली। इस मामले में वन विभाग और यूपीसीडा के अधिकारियों की तहरीर पर रिफाइनरी पुलिस ने रविवार को बीएन ग्रुप, हाइड्रा मालिक वीके उपाध्याय और तीन अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। सीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य समाने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई होगी। इधर, वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि पार्क से कटी हुई सारी लकड़ी जब्त कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पार्क से पेड़ क्यों काटे जा रहे थे, यह कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक सीके मौर्या ने बताया कि घटना के बाद पार्क की देखरेख करने वाले बीएन ग्रुप का आवंटन सोमवार को निरस्त किया जाएगा। उच्च अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी गई है। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि घटना के बाद यूपीसीडा का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, सिर्फ फोन से बातचीत कर रहे हैं।
7455095736
 
  Author: Vijay Singhal
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